सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाना होगा।
कानपुर नगर, श्रम प्रतिनिधियों के प्रांतीय सम्मेलन में झांसी, मेरठ, लखनऊ, गोरखपुर, गाजियाबाद, नोएडा इत्यादि जिलों से आए प्रतिनिधियों ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चार महीनों से चल रहे आंदोलन के बावजूद सरकार कुंभकर्णी नींद से जाग नहीं रही है।
अपर श्रमायुक्त कार्यालय परिसर में स्थित श्रम विधि सलाहकार एसोसिएशन हॉल में मेरठ से प्राधिनिधिव कर रहे सतीश चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जानबूझ कर अधिकारीयों और कर्मचारियों की नियुक्तियां नहीं कर रही है क्योंकि सरकार नए श्रम कानुनों को लागू करने में सफल नही हो सकी। इसलिए इजारेदारों के इशारे पर चोर रास्ते से भर्तियां बंद कर लेबर कोर्ट और श्रम विभाग में ताला लगाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। दिनेश कुमार यादव ने कहा कि सूबे के श्रम जगत में हालात बेहद खराब हो गए हैं। इसलिए स्थिति सामान्य बनाने के लिए कुंभकर्णी नींद से जगाना होगा। सम्मेलन की अध्यक्ष्ता करते हुए रामनरेश अवस्थी ने कहा कि राज्य स्तरीय समिति का गठन कर आंदोलन में तेजी लाई जाएगी। सम्मेलन का संचालन असित कुमार सिंह और हषर्वर्धन गुप्ता ने प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।सम्मेलन में अशोक श्रीवास्तव, आनंद कुमार, मनोज कुमार, एस के माथुर वी पी श्रीवास्तव, शिशुपाल सिंह, एस ए एम ज़ैदी, गौरव दीक्षित, अजय शुक्ला, एस एस गुप्ता, आरपी श्रीवास्तव,ओपी रावत, संजय तिवारी, विवेक द्विवेदी, उपेन्द्र सिंह चौहान, एम के त्रिपाठी आर एस दुबे ने विचार व्यक्त किए।
संवाददाता
हरी ओम की रिपोर्ट