*EXCLUSIVE >>>>>>>STORY >>>>>> MAHOBA*
*STORY – एक ऐसी सड़क जिसे – विधायक,सांसद या प्रशासन नहीं बना रहा शासन प्रशासन से मिले बेबुनियाद बादे शासन प्रशासन से मिले झूठे आश्वासन से भाजपा पार्टी को हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में लोकसभा हमीरपुर की सीट गबानी पड़ी*
*REPORT-RAJEEV TIWARI*
*LOCATION-MAHOBA*
*DATE-03.08.2024*
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*ANCHOR – महोबा जिला की चरखारी तहसील के अन्तर्गत आने वाले ग्राम महाराजपुरा और ग्राम रैपुरा को जोड़ने वाले मार्ग से शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां वर्षो से शासन प्रशासन’ और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बाद भी सड़क का निर्माण न होने से 5 गांवों के ग्रामीणों ने अपने निजी संसाधनों से महाराजपुरा – रैपुरा मार्ग का निर्माण प्रारम्भ कर दिया है। ग्रामीण खुद सड़क बनाने को मजबूर हैं। आपको बता दें कि सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कई बार सड़क निर्माण की पहल की गई। मगर एक सड़क उन्हें नहीं मिल पाई। ग्रामीण वर्षों से सड़क की मांग करते अ रहे है। लेकिन इस गांव के साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया गया है । इसी के चलते पूर्व में पांच ग्रामो के ग्रामीणों ने मतदान का भी जोरदार बहिष्कार किया था मतदान का बहिष्कार होने से महोबा प्रशासन हरकत में आया था मोके पर पहुंचकर मतदाताओं को बहला फुसलाकर झूठा आश्वासन देकर मना लिया था लेकिन ग्रामीणों ने अपने मतदान से लोकसभा सीट का पासा पलट दिया जिसका खामियाजा लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा पार्टी को उठाना पड़ा हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा पार्टी को हमीरपुर लोकसभा की सीट गाबानी पड़ी इसके बावजूद भी शासन – प्रशासन ने इस गांव की सुध किसी जिम्मेवार ने नहीं ली ग्रामीणों का कहना है की अगर जल्द से जल्द सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया तो आने वाले विधानसभा के चुनाव में भाजपा पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।*
*V/O -सड़क न होने से किसानों सहित अन्य राहगीरों को दिक्कत होती है | सड़क निर्माण की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य मनोज राजपूत ने कहा कि अगर जिला पंचायत जल्द से जल्द सड़क को नहीं बनवाती है तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। मार्ग की दूरी बहुत कम है लेकिन इस महाराजपुर-रैपुरा मार्ग से गुजरने वाले ग्रामीणों की संख्या अधिक है। इस रास्ते से करीब 5 गांव के लोग रोजाना आते-जाते हैं। लेकिन पूरा मार्ग कच्चा होने के कारण किसानों सहित अन्य राहगीरों को दिक्कत होती है।*
*V/O – सड़क निर्माण न होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है की ज़ब कहीं से कहीं तक हमारी सुनवाई नहीं हुई तो ट्रैक्टर – ट्राली लेकर खुद ही सड़क को वाहनों के चलने योग्य बनाने की ठान ली। जिसके पास जो संसाधन हैं, उसको लेकर मार्ग बनाने में जुट गए। वहीं ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए मौके पर जिला पंचायत सदस्य मनोज राजपूत पहुंचे। जहां उन्होंने सड़क न बन पाने पर रोष व्याप्त किया। कहा कि जिला पंचायत अगर जल्द से जल्द सड़क निर्माण नहीं करवा पाए तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। सालों से सड़क की मांग कर रहे ग्रामीणों में भारी रोष दिखाई दे रहा है। वहीं ग्रामीणों द्वारा बहाए जा रहे पसीने को देखकर दुखी होकर जिला पंचायत सदस्य ने अपने ही दल के नेताओं को खरी खोटी सुनाई।*
*V/O – पूर्व माध्यमिक विद्यालय ब्रजपुर में पदस्थ सहायक अध्यापिका के पद पर तैनात राधा का कहना है की बीस वर्षो से बंजर पड़ी सड़क का स्थानीय विधायक,सांसद एवं प्रशासन ने सड़क मामले को संज्ञान नहीं लिया जिसके चलते सड़क का निर्माण नहीं हो सका जिससे पांच ग्रामो की आवाजही बाधित है उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में डबल इंजन की सरकार के दावे फेल होते नजर अ रहे है आखिरकार कौन लेगा सड़क निर्माण कार्य की जिम्मेदारी या फिर ऐसे ही शासन – प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को बहला फुसलाकार कोरा आश्वासन मिलता रहेगा*
*BYT – जिला पंचायत सदस्य – मनोज राजपूत*
*BYT – सहायक अध्यापिका – राधा*
*BYT – ब्रजपुर प्रधान प्रतिनिधि – नरेंद्र राजपूत*
*BYT – ग्रामीण – रामप्रसाद*
*BYT – ग्रामीण – जयपाल*
*BYT – ग्रामीण – कमलाप्रशाद*
*BYT – ग्रामीण – लालदिमान*
*PUBLIC FIRST*
*MAHOBA – REPORTER – RAJEEV TIWARI*
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