दुनिया में 40% बच्चों को डायरिया का नही मिल पाता सही इलाज- डॉ: अमित चावला।
कानपुर नगर, भारतीय बाल रोग अकादमी द्वारा मनाये जा रहे विश्व ओ.आर.एस. सप्ताह के अवसर पर प्रखर हास्पिटल आर्य नगर में पैरामेडिकल स्टाफ व अभिभावक पर कार्यक्रम आयोजन पर कार्यक्रम का संचालन डा अमित चावला , डा वी.एन. त्रिपाठी और डा यशवंत राव ने किया l
डा अमित चावला ने बताया कि आज भी दुनिया में 40% बच्चों को डायरिया का सही इलाज मिल पाता है। डायरिया एक गम्भीर बिमारी है, सम्पन्न देशों में आज भी निमोनिया के बाद डायरिया दूसरी सबसे बड़ी खतरनाक बीमारी मानी जाती है । डा यशवंत राव ने बताया कि शिशुओ में होने वाले डायरिया को नजरंदाज करना गम्भीर हो सकता है यदि आप का शिशु बार बार दस्त उल्टी और पेट में एैठन के साथ पेशाब का कम होना, मुह का सूखना, थकान चिड़चिड़ापन, धंसी हुई ऑखें खतरे के लक्षण हैं ऐसे में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डा वी एन त्रिपाठी ने इस वर्ष की थीम के विषय मे विस्तार से बताया। कार्यक्रम के अंत में सचिव डॉक्टर अमितेश यादव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
हरीओम की रिपोर्ट