युवा- 20 भारतः समस्याएं, चुनौतिया व भावी मार्ग राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन।
कानपुर नगर, किदवई नगर महिला महाविधालय में आयोजन दो दिवसीय युवा-20 भारतः समस्साएं, चुनौतिया व आगे का मार्ग विषय पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न हुई। संगोष्ठी के द्वितीय दिन दो तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। तृतीय तकनीकी सत्र के वक्ता प्रो0 एके सिंह, व विशिष्ट वक्ता प्रो0 एके पाण्डे, अखिलेश शुक्ला व डा0 नलिनी मिश्रा रहे। प्रो0 एके सिंह ने कहा कि आज भारतीय युवा कई युनौतियों से गुजर रहा है लेकिन उसके पास कई अवसर भी है। भारत का भविष्य उन युाओं पर निर्भर करता है, जो चुनौतियों का सामना कर अवसर का लाभ उठाकर भारत के विकास की गति को आकार प्रदान करें
संगोष्ठी में अलग अलग स्थानों से आये हुए शोधार्थियो द्वारा 50 शोध पत्र पढे गये। समापन सत्र के मुख्य अतिथ्थ प्रो0 श्याम शंकर सिंह आरअचईओ कानपुर तथा विशिष्ट अतिथि प्रो0 राजेश द्विवेदी सीडीसी, सीएसजेएम वि0वि0 थे। प्रो0 श्याम ने राष्ट्र के युवाओं को सबसे आशाजनक और गतिशील मानव संसाधन का प्रतिनिधत्व करने वाला बताया और कहा कि युवा समाज के सामाजिक ताने बाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कडी है। प्रो0. अतुल प्रताप सिंह ने कहा कि जीवनशक्ति और गतिशीलता से भरे राष्ट्र में युवा पीढी भविष्य की आशा के प्रतीक है। उनके पास भारत के भीतर मौजूद विशाल संभावनाओं को उजागर करने का सांधन है, जो हमें वर्ष 2047 तक हमारे सपनों के भारत के लिए हमारे दृष्टिकोण को साकार करने के लिए प्रेरित करता है। इस अवसर पर प्रो0 ममता दीक्षित शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा आख्या पढी गयी तथा धन्यवाद ज्ञापन डा0 निशात फातिमा में दिया। मंच का संचालन प्रो0 ज्योति किरण व डा0 अनामिका वर्मा ने किया। कार्यक्रम में प्रो0 अंजू चौधरी, प्रो0 ममता गंगवार, प्रो0 प्रतिभा श्रीवास्तव, प्रो0 वन्दना शर्मा, प्रो0 दीपाली श्रीवास्तव, प्रो0 ज्योति किरण, डा0 प्रीती द्विवेदी, डा0 सबा युनूस, डा0 सीमा कनौजिया आदि उपस्थित रहीं।
हरिओम की रिपोर्ट