कमलनाथ बोले-मोहन सरकार कर्ज के दलदल में शिव सरकार से भी तेज जा रही : प्रदेश पर बढ़ रहा कर्ज का बोझ!
कर्ज में डूब रही मोहन सरकार! 2023 विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद फिर बीजेपी सत्ता में आई और मोहन सरकार को मुख्य मंत्री बनाया गया जिसके 1 महीने के अंदर में ही सरकार ने 23 जनवरी 2024 को 2500 करोड़ का फिर आरबीआई से कर्ज लिया. इसके 15 दिन बाद मोहन सरकार ने फिर 7 फरवरी 2024 को 3000 करोड़ रुपए का कर्ज ले लिया. इस तरह देखा जाए तो नई सरकार गठित होने के बाद सरकार ने 15 दिन के अंदर में ही 5500 करोड़ का कर्ज लिया. अब तक के सरकार के कुल कर्ज की बात करें तो करीब साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के कर्ज में सरकार डूबी हुई है और हर महीने लाड़ली बहना योजना के तहत सरकार 1200 से 1300 करोड़ रुपए खर्च कर रही है.
मध्य प्रदेश सरकार लगातार कर्ज ले रही है। अब सरकार रिजर्व बैंक के मुंबई कार्यालय के माध्यम से अपने गवर्मेंट स्टाक का विक्रय कर तीन हिस्सों में कुल पांच हजार करोड़ रुपए का कर्ज लेने जा रही है। सरकार दो हजार करोड़ का कर्ज 20 साल, फिर दो हजार करोड़ का कर्ज 21 साल और एक हजार करोड़ का कर्ज 22 साल के लिए लेगी। तीनों ही कर्ज पर साल में दो बार कूपन रेट पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा। यह कर्ज सरकार 27 फरवरी को लेगी। इसको लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि डॉ. मोहन यादव सरकार प्रदेश को कर्ज के दलदल में शिवराज सरकार से भी तेजी से ले जा रही है।
सह संपादक
स्मृति यादव की रिपोर्ट