कृषि उत्पाद के व्यापारियो उद्यमियों पर कानूनी कार्यवाही, मुकदमा व सज़ा के प्रावधान के विरोध मे दि 22 फरवरी से 25 फरवरी तक दिए ज्ञापन
कानपुर नगर, भारतीय कृषि उद्योग ब्यापार प्रतिनिधि मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयनेन्द्र मिश्रा ने बताया कि कृषि उत्पाद के व्यापारियो उद्यमियों पर कानूनी कार्यवाही, मुकदमा व सज़ा के प्रावधान कानून किसानों की मांग के अनुसार लागू हुआ तो एम एस पी (न्यूनतम समर्थन मूल्य )पर कानून किसानों से खरीद करने वाले कृषि उत्पाद के व्यापारियों व उद्यमियों पर ही लागू होगा | किसानो द्वारा देश मे वर्तमान मे 23 या भविष्य मे उससे अधिक कृषि उत्पादों पर एम एस पी की कानूनी गारंटी देने अर्थात एम एस पी पर कानून बनाने की मांग को मानकर कानून बनने पर कृषि उत्पाद से जुड़े व्यापारियों व उद्यमियों पर कानूनी कार्यवाही, मुकदमा व सज़ा का प्रावधान होगा और देश के कृषि उत्पाद के व्यापारियों व उद्यमियों के खिलाफ इस धारा का इस्तेमाल होगा जिसका दुरूपयोग होने की पूरी सम्भावना रहेगी |
इसके दुरूपयोग को लेकर एक उदाहरण के तहत गेहूं या किसी भी कृषि उत्पाद की क्वालिटी हल्की होने पर उसकी बाजार मे एम एस पी से कीमत कम होने पर कृषि उत्पाद से जुड़े व्यापारी व उद्यमी द्वारा उसे कम कीमत मे खरीदने पर इस कानून की धारा लागू हो जायेगी और व्यापारी द्वारा इस हल्की क्वालिटी के कृषि उत्पाद को नहीं खरीदने पर उस कृषि उत्पाद के कुछ समय उपरांत क्वालिटी के और खराब हो जाने पर किसान का भी नुकसान होगा| जो कि कृषि उत्पादों के व्यापार व उद्योग मे बहुत बड़ी बाधा उत्पन्न करेगा इस वजह से मंडियो के अंदर व बाहर का व्यापार उद्योग प्रभावित होने के साथ किसानो को भी नुकसान होने की पूरी सम्भावना है और देश मे इज़ ऑफ़ डुइंग बिजनेस की अवधारणा को भी प्रभावित करेगा |
किसानो की एक और मांग भारत देश का WTO से समझौता समाप्त करने की मांग करना कतई उचित नहीं है जहाँ पूरी दुनिया मे फ्री ट्रेड को लेकर WTO से हुए समझोता को समाप्त करने से दुनिया मे ट्रेड फ्री व इज़ ऑफ़ डुइंग बिजनेस की अवधारणा को धक्का लगेगा| कृषि उत्पाद के व्यापारियों उद्यमियों को दायरे मे लाने वाले एम एस पी पर कानून बनाने की मांग के विरोध मे कल 22 फरवरी से 25 फरवरी तक अपने सांसदों,अपनी मंडियो के सचिव या अपने जिले के जिलाधिकारी को माननीय प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन देकर अपनी मांग भारत सरकार तक पहुंचाकर व्यापारी उद्यमी एकता का परिचय देने की कृपा करे |
हरिओम की रिपोर्ट