पूर्व CM शिवराज ने दिया बड़ा बयान : CAA नागरिकता संशोधन कानून कब होगा लागू?
– February 14, 2024
भाजपा के कद्दावर नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भरोसा जताया है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू हो जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए शिवराज ने इस बात पर जोर दिया कि कुछ विपक्षी दलों के दावों के विपरीत, सीएए का उद्देश्य इसे रद्द करने के बजाय नागरिकता देना है।
शिवराज ने कहा ‘मुझे विश्वास है कि लोकसभा चुनाव से पहले सीएए लागू हो जाएगा। इस कानून की बहुत जरूरत है। यह बार-बार स्पष्ट किया गया है कि यह कानून किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि पड़ोसी देशों के उन भाइयों और बहनों को नागरिकता देने के बारे में है जो धार्मिक उत्पीड़न के लिए देश छोड़कर भाग गए। उनका यह दावा इस महीने की शुरुआती रिपोर्टों के बीच आया है जिसमें कहा गया था कि कानून के नियमों को लोकसभा चुनावों की घोषणा से ‘काफी पहले’ अधिसूचित किया जाएगा।
2019 में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा अधिनियमित, सीएए का उद्देश्य बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है, जिन्होंने 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत में प्रवेश किया था। विवादास्पद सीएए को लागू करने का वादा पश्चिम बंगाल में पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भाजपा के लिए एक प्रमुख चुनावी मंच के रूप में काम किया था। पार्टी नेताओं का मानना है कि इसने राज्य में भाजपा के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इंडिया गठबंधन में पड़ी रार को लेकर भी शिवराज ने कांग्रेस का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के दो दल एनडीए में आ चुके हैं। शिवराज ने कहा कि इंडिया गठबंधन ऐसी पार्टियों का गठबंधन है, जिनकी विचारधारा मेल नहीं खाती है। इस वजह से यह टूट तो होनी ही थी। लोग कांग्रेस या उसके इंडिया गठबंधन पर भरोसा क्यों करें? उनकी विचारधारा को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं है। यह ताश के पत्तों की तरह बिखर गया है और उनके साथी दल ही उन्हें छोड़कर जा रहे हैं। उनका आशय जेडी(यू) और आरएलडी की ओर था, जो पहले ही भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो चुके हैं। शिवराज ने यह भी कहा कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस को 40 सीटें जीतने की चुनौती दी है। इस देश के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दस साल में देश में हुए विकास पर भरोसा करते हैं। पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एम), कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। कांग्रेस ने इससे पहले सीपीआई (एम) के साथ मिलकर तृणमूल और भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा था। तृणमूल ने हाल ही में घोषणा की है कि वह लोकसभा चुनावों में अकेले ही उतरेगी।
सह संपादक
स्मृति यादव की रिपोर्ट